शरीफा जिसे अंग्रेजी में ,Custard Apple, या Sugar Apple, कहते हैं, एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है। इसे भारत में कई जगहों पर सीताफल के नाम से भी जाना जाता है। यह फल न सिर्फ खाने में मीठा और रसीला होता है, बल्कि इसमें कई ऐसे गुण भी होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। लेकिन हर चीज की तरह इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, खासकर अगर इसे सही मात्रा में न खाया जाए। आज हम इस लेख में शरीफा खाने के फायदों और नुकसानों के बारे में हम अपने वेबसाइट पर में बात करेंगे, ताकि बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई इसे समझ सके !
*शरीफा क्या है?
शरीफा एक हरे रंग का फल होता है, जिसके बाहर का छिलका खुरदुरा होता है। अंदर से यह सफेद और गूदेदार होता है, जिसमें काले बीज होते हैं। यह फल गर्मियों और बारिश के मौसम में ज्यादा मिलता है। इसका स्वाद इतना अच्छा होता है कि लोग इसे हाथ से तोड़कर खाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह फल सिर्फ स्वाद के लिए ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी खास है? चलिए, पहले इसके फायदों के बारे में जानते हैं।
*शरीफा खाने के फायदे !
ताकत देता हैशरीफा में बहुत सारी ऊर्जा होती है। इसमें प्राकृतिक शक्कर होती है, जो शरीर को तुरंत ताकत देती है। अगर आपको थकान हो रही हो या कमजोरी लग रही हो, तो शरीफा खाने से आप फिर से ताजगी महसूस कर सकते हैं। बच्चों के लिए भी यह एक अच्छा नाश्ता हो सकता है, क्योंकि यह उन्हें खेलने-कूदने की ताकत देता है।
पेट को अगर आपको कब्ज की शिकायत रहती है, तो शरीफा आपकी मदद कर सकता है। इसमें रेशे (फाइबर) होते हैं, जो पेट को साफ करने में मदद करते हैं। रोजाना एक शरीफा खाने से पेट की सफाई अच्छी होती है और खाना पचाने में आसानी होती है। बुजुर्गों के लिए भी यह फायदेमंद है, क्योंकि उम्र बढ़ने पर पेट की परेशानियां आम हो जाती हैं।
आंखों के लिए शरीफा में विटामिन A होता है, जो हमारी आंखों को स्वस्थ रखता है। अगर आप दिनभर पढ़ते हैं या स्क्रीन पर काम करते हैं, तो यह फल आपकी आंखों की रोशनी को बेहतर करने में मदद कर सकता है। बच्चों को भी इसे खाने से आंखों की कमजोरी दूर रहती है।
हड्डियों को इस फल में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को शरीफा खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। अगर आपको जोड़ों में दर्द की शिकायत है, तो इसे अपनी डाइट में शामिल करने से राहत मिल सकती है।
दिल को शरीफा में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए अच्छे हैं। यह खून के दबाव (ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करता है और दिल को मजबूत बनाता है। अगर आपके घर में किसी को दिल से जुड़ी परेशानी है, तो डॉक्टर से पूछकर इसे खाने की सलाह दी जा सकती है।
त्वचा को शरीफा में विटामिन C होता है, जो त्वचा को चमकदार और जवान बनाए रखता है। यह शरीर में खून को साफ करता है, जिससे चेहरे पर दाग-धब्बे कम होते हैं। लड़के-लड़कियां इसे खाकर अपनी त्वचा को सुंदर बना सकते हैं।
दिमाग को शरीफा में विटामिन B6 होता है, जो दिमाग को शांत और तेज करने में मदद करता है। अगर आपको तनाव हो या नींद न आती हो, तो शरीफा खाने से फायदा हो सकता है। बच्चों के लिए भी यह पढ़ाई में ध्यान लगाने के लिए अच्छा है।
वजन बढ़ाने अगर कोई बहुत पतला है और वजन बढ़ाना चाहता है, तो शरीफा एक प्राकृतिक तरीका हो सकता है। इसमें अच्छी मात्रा में कैलोरी होती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक है। इसे दूध के साथ खाने से और भी फायदा होता है।
रोगों से शरीफा में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। यह सर्दी-जुकाम और छोटी-मोटी बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। मौसम बदलने पर इसे खाने से आप स्वस्थ रह सकते हैं।
खून की कमी दूर करता है !शरीफा में आयरन होता है, जो खून बढ़ाने में मदद करता है। जिन लोगों को एनीमिया (खून की कमी) की शिकायत है, वे इसे खा सकते हैं। खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए यह बहुत फायदेमंद है।शरीफा खाने के नुकसानहर चीज के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी होते हैं।
*शरीफा भी अगर सही तरीके से या सही मात्रा में न खाया जाए, तो परेशानी हो सकती है। आइए इसके नुकसानों के बारे में जानते हैं।
ज्यादा खाने शरीफा में शक्कर और कैलोरी ज्यादा होती है। अगर आप इसे बहुत ज्यादा खाते हैं, तो वजन बढ़ सकता है। जिन लोगों को मोटापे की शिकायत है, उन्हें इसे कम खाना चाहिए।
शरीफा के बीज काले और चमकदार होते हैं, लेकिन इन्हें खाना नहीं चाहिए। अगर गलती से बीज निगल जाएं, तो पेट में दर्द या उल्टी हो सकती है। बच्चों को इसे खिलाते वक्त बीज निकाल देना चाहिए।
*डायबिटीज के मरीज सावधान रहें !
शरीफा बहुत मीठा होता है और इसमें प्राकृतिक शक्कर होती है। अगर आपको डायबिटीज (शुगर) है, तो इसे खाने से पहले डॉक्टर से पूछ लें। ज्यादा खाने से खून में शक्कर बढ़ सकती है।
एलर्जी की कुछ लोगों को शरीफा खाने से एलर्जी हो सकती है। अगर आपको खुजली, चकत्ते या सांस लेने में तकलीफ हो, तो इसे खाना बंद कर दें और डॉक्टर से मिलें।
पेट खराब अगर आप इसे बहुत ज्यादा खा लें या अधपका शरीफा खाएं, तो दस्त या पेट दर्द हो सकता है। इसे हमेशा पका हुआ और सही मात्रा में खाएं।
ठंडक का शरीफा की तासीर ठंडी होती है। सर्दियों में इसे ज्यादा खाने से सर्दी-जुकाम हो सकता है। जिन लोगों को ठंड जल्दी लगती है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए।
दांतों को शरीफा बहुत मीठा होता है और इसके गूदे दांतों में चिपक सकते हैं। अगर आप इसे खाने के बाद मुंह साफ न करें, तो दांतों में सड़न की समस्या हो सकती है।
*शरीफा कैसे खाएं?
हमेशा पका हुआ शरीफा चुनें। पका हुआ शरीफा नरम होता है और आसानी से टूट जाता है।इसे हाथ से तोड़कर खाएं और बीज निकाल दें।दिन में 1-2 शरीफा खाना काफी है। ज्यादा खाने से बचें।इसे दूध या दही के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं।खाने के बाद पानी न पिएं, थोड़ी देर रुकें।
शरीफा एक ऐसा फल है, जो स्वाद और सेहत दोनों का खजाना है। यह शरीर को ताकत देता है, पेट को ठीक रखता है, और कई बीमारियों से बचाता है। लेकिन इसे सही मात्रा में और सही तरीके से खाना जरूरी है, वरना इसके नुकसान भी हो सकते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई इसे खा सकता है, बस थोड़ी सावधानी रखें। अगर आपको कोई बीमारी है, तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।तो अगली बार जब आप शरीफा खाएं, तो इसके फायदों को याद करें और इसका पूरा मजा लें। यह प्रकृति का दिया हुआ एक अनमोल तोहफा है, जिसे सही तरीके से इस्तेमाल करने से हमारी जिंदगी और बेहतर हो सकती है !
